Friday, January 24, 2014

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने गरुड़ वसुधा उन्नत हल्के हेलीकाप्टर का शुभारंभ किया

खनन मंत्री दिनशा पटेल ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के उन्‍नत हल्‍के हेलीकॉप्‍टर ‘गरुड़ वसुधा’ को बंगलौर में 22  जनवरी 2014 को राष्‍ट्र को समर्पित किया.  इस हेलीकॉप्‍टर में हेलीबॉर्न जिओफिजिकल सर्वेक्षण प्रणाली (एसजीएसएस) लगी है. 
यह हेलीकॉप्‍टर हिंदुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स लिमिटेड (एचएएल) कॉम्‍प्‍लेक्‍स, बंगलौर में तैयार किया गया.

‘गरुड़ वसुधा’ वस्‍तुत: ‘ध्रुव’ श्रेणी का हेलीकॉप्‍टर है, जिसे एचएएल तथा एचजीएसएस द्वारा स्‍वदेशी तकनीक से निर्मित किया गया है.

‘गरुड़ वसुधा’ से संबंधित तथ्य
• इस हेलीकॉप्‍टर का प्रयोग छुपी हुई खनिज सम्‍पदा की खोज के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण  (जीएसआई) द्वारा सघन सर्वेक्षणों के लिए किया जाएगा.
• हेलीबॉर्न जियोफिजिकल सर्वे प्रणाली (एचजीएसएस) की स्‍टेट ऑफ द आर्ट विशेषता के चलते देश में गहराई में स्थित तथा छिपे खनिज भंडारों की खोज करने तथा एयरो जियोफिजिकल सर्वेक्षण में समर्थ बनाने में उपयोगी होगा.
• इसमें चार एयरो जियो फिजिकल सेंसर या टाइम डोमेन इलेक्‍ट्रो मैग्‍नेटिक, स्‍पैक्‍ट्रोमैट्रि़क, ग्रेवीमैट्रिक साथ-साथ डाटा संग्रह प्रणाली से लैस है.
• सेंसर प्रणाली की स्‍थापना तथा समन्‍वय का कार्य एचएएल द्वारा किया गया है.
• इस हेलीकॉप्‍टर में एचजीएसएस की कुल लागत करीब 63 करोड़ रुपये आई है.
• देश में बढ़ते हुए खनिज संसाधनों को खोज निकालने में इनका प्रभावी ढंग से इस्‍तेमाल होगा एवं इससे मूल्‍यवान विदेशी मुद्रा की बचत होगी.

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