Wednesday, March 5, 2014

अफरीदी ने रिवाइंड किया मियांदाद के छक्के वाला मैच

दोनों मैचों में हैं 11 गजब की समानता

दोनों मैचों में हैं 11 गजब की समानता



ढाका में रविवार को खेला गया एशिया कप का हाई-वोल्टेज मुकाबला अंतिम ओवर में श‌ाहिद अफरीदी के लगाए लगातार दो छक्कों के साथ खत्म हो गया। इस मैच में पाकिस्तान ने दो गेंद शेष रहते भारत को एक विकेट से हरा दिया।भले ही टीम इंडिया यह मैच हार गई हो लेकिन अफरीदी के छक्कों ने मैच का अंत जिस रोमांचक अंदाज में खत्म किया उसने आज से 28 साल पहले जावेद मियांदाद के उस ऐतिहासिक छक्के की याद दिला दी।लेकिन आपको यह जानकर सुखद आश्चर्य होगा कि भारत और पाकिस्तान के बीच इन दोनों यादगार मैचों में छक्के के साथ जीत हासिल करने के अलावा 11 दिलचस्प समानता भी देखने को मिली।दो मार्च को एशिया कप के लीग मुकाबले में पाकिस्‍तान को जीत के लिए अंतिम ओवर में 10 रन चाहिए थे। लेकिन ऑफ स्पिनर आर अश्विन के इस ओवर में शाहिद अफरीदी ने तीसरी और चौथी गेंद पर छक्का जड़कर अपनी टीम को भारत पर एक विकेट से रोमांचक जीत दर्ज करा दी।इससे पहले जावेद मियांदाद ने जिस मैच में छक्का लगाकर पाकिस्तान को अंतिम गेंद पर जीत दिलाई थी वह मैच 18 अप्रैल, 1986 को शारजाह में खेला गया था।दोनों ही मुकाबला एशिया कप में खेल गया। हालांकि 1986 में पाकिस्तान ने मियांदाद के इस छक्के के दम पर एशिया कप खिताब पर कब्जा जमा लिया जबकि 2014 में पाकिस्तान ने लीग चरण में भारत को हराया।
18 अप्रैल, 1986 और 02 मार्च 2014 को दोनों टीमों के बीच खेले गए कांटेदार वनडे मुकाबले में 11 समानताएं देखने को मिली।
* पाकिस्तान ने दोनों ही मुकाबलों में टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया।
* टीम इंडिया ने दोनों ही मैचों में 50-50 ओवर में 245 रनों का स्कोर किया।
* भारत के सलामी बल्‍लेबाजों ने दोनों ही मैचों में दो-दो छक्के लगाए। 1986 के मैच में ओपनर कृष्‍णमचारी श्रीकांत और 2014 में ओपनर रोहित शर्मा ने दो-दो छक्के लगाए थे।
* भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए दोनों मैचों का अंत छक्के के साथ हुआ।
* दोनों मैच पाकिस्‍तान ने एक-एक विकेट के अंतर से जीता।
* पाकिस्तान की पारी का अंतिम ओवर डालने वाले चेतन शर्मा (1986) और आर अश्विन (2104) ने मैच में तीन-तीन विकेट झटके थे।
* पाकिस्तान की ओर से 10वें नंबर पर बल्‍लेबाजी करने आए दोनों बल्‍लेबाज अंतिम ओवर में आउट हुए। 1986 में जुल्करनैन और 2014 में सईद अजमल आउट हुए। साथ ही दोनों बल्‍लेबाज अंतिम ओवर में बोल्ड हुए। 
* दोनों ही मैच में भारत के तीन-तीन बल्‍लेबाजों ने अर्धशतक जमाए हैं। 1986 में ओपनर श्रीकांत, सुनील गावस्कर और दिलीप वेंगसरकर ने अर्धशतकीय पारियां खेली। जबकि 2014 में ओपनर रोहित शर्मा, अंबाती रायडू और रवींद्र जडेजा ने अर्धशतक लगाया था।
* दोनों ही मैचों में पाकिस्तान की पारी से दो-दो बल्‍लेबाज रन आउट हुए। 1986 में सलीम मलिक और वसीम अकरम रन आउट हुए। जबकि 2014 में मिस्बाह उल हक और सोहैब मकसूद रन आउट हो गए।
* भारत की ओर से इन दोनों मैचों में तीन बल्‍लेबाज दहाई का आंकड़ा छूने से पहले ही पवेलियन लौट गए। 1986 में वसीम अकरम, कप्तान कपिल देव और रवि शास्‍त्री दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए थे। वहीं 2014 में कप्तान विराट कोहली, आर अश्विन और मोहम्मद शमी दहाई का आंकड़ा छूने से पहले ही आउट हो गए।
* दोनों ही मैचों में भारत के कप्‍तान का प्रदर्शन खराब रहा था। 1986 में भारतीय कप्तान कपिल देव आठ रन बनाकर बोल्ड हो गए थे। जबकि 2014 में कप्‍तान विराट कोहली महज पांच रन बनाकर आउट हो गए थे।

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